Steel, Fuel की बढ़ी हुई कीमतों से इस्पात की मांग होगी प्रभावित, ‘स्टीलमिंट इंडिया’ ने जताया अनुमान
स्टीलमिंट ने कहा कि, ‘‘इस्पात की बढ़ती कीमतों और ईंधन के ऊंचे दामों के कारण आने वाली तिमाहियों में खरीदारी संबंधी गतिविधियां प्रभावित होगी और मांग नकारात्मक रह सकती है.’’ उसने कहा कि अप्रैल 2021 से मार्च 2022 के बीच घरेलू स्तर पर इस्पात की खपत 9.8 करोड़ टन रह सकती है.
आनेवाले समय में इस्पात की मांग प्रभावित हो सकती है. (फाइल फोटो: पीटीआई)
आनेवाले समय में इस्पात की मांग प्रभावित हो सकती है. (फाइल फोटो: पीटीआई)